अगर आपका व्यापार सोशल पर नहीं चल रहा, तो शायद आप कुछ बुनियादी बातों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं। सही लक्ष्य, सही प्लेटफ़ॉर्म, और सही संदेश मिलकर ही प्रभावी अभियान बनता है। इस पेज पर मैं आपको वो आसान कदम बताऊँगा जो तुरंत परिणाम लाएँगे और उन गलतीओं को दिखाऊँगा जो अक्सर मार्केटिंग को फेल कर देती हैं।
पहली गलती है ‘सभी प्लेटफ़ॉर्म पर एक ही पोस्ट डालना’। फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर – हर जगह अलग यूज़र बेहेवियर है। अगर आप इंस्टाग्राम के लिए हाई‑क्वालिटी इमेज नहीं बनाते, तो फॉलोअर्स कम ही रहेंगे। दूसरा मुद्दा है ‘लक्ष्य का अस्पष्ट होना’। आप सिर्फ फॉलोअर्स बढ़ाने के बारे में सोचते हैं, लेकिन बिक्री या लीड नहीं लाते। लक्ष्य साफ़ रखें: ब्रांड जागरूकता, ट्रैफ़िक या सीधा बिक्री। तीसरी बड़ी गलती है ‘सामग्री की निरंतरता नहीं रख पाना’। एक दिन पोस्ट करो, दो दिन नहीं – इससे एंगेजमेंट गिर जाता है। इन तीन चीज़ों को सुधार कर आप अपनी रणनीति को मजबूत कर सकते हैं।
सबसे पहले अपने आईडियल कस्टमर की प्रोफ़ाइल बनाइए। उनकी उम्र, रुचियां, ऑनलाइन रहने की आदतें जानिए। फिर उन प्लेटफ़ॉर्म को चुनिए जहाँ वे ज़्यादा समय बिताते हैं। अगला कदम है कंटेंट कैलेंडर बनाना। एक महीने का कैलेंडर बनाइए, कौन सा पोस्ट कब और किस फॉर्मेट में होगा – इमेज, वीडियो या स्ट्रॉफ़़। कंटेंट तैयार करते समय हमेशा कन्भर्शन पर फोकस रखें: ‘क्लिक करो’, ‘साइन अप करो’ या ‘खरीदो’।
दूसरा अहम कदम है एंगेजमेंट बढ़ाना। सवाल पूछिए, पॉल्स चलाइए, यूज़र‑जनरेटेड कंटेंट को फ़ीचर करिए। जब लोग आपकी पोस्ट पर कमेंट करेंगे, तो तुरंत रिप्लाई दीजिए। इससे एल्गोरिद्म आपके कंटेंट को और लोगों तक ले जाएगा। छोटे वीडियो आजकल बहुत पॉपुलर हैं, इसलिए रील्स या शॉर्ट क्लिप्स का इस्तेमाल करें।
तीसरा, प्रदर्शन को ट्रैक करना न भूलें। प्रत्येक पोस्ट के व्यूज़, लाइक्स, शेयर और क्लिक की आंकड़े नोट करें। फ़ेसबुक इंसाइट्स या इंस्टाग्राम एनालिटिक्स जैसे टूल्स से आप देख सकते हैं कौन सी पोस्ट ने सबसे ज्यादा कन्भर्ट किया। इन डेटा के आधार पर अगली रणनीति बनाइए। अगर किसी पोस्ट ने अच्छा नहीं किया, तो उसके फ़ॉर्मेट या टाइमिंग को बदलें।
चौथा कदम है विज्ञापन का सही उपयोग। ऑर्गेनिक रिच से पहले पेड एडेवर्टाइजिंग से ट्रैफ़िक जल्दी मिल सकता है। लेकिन बजट को सीमित रखें और केवल वही ऑडियंस टार्गेट करें जिनकी प्रोफ़ाइल आपके कस्टमर से मेल खाती है। छोटा टेस्ट चलाइए, फिर सफल कैंपेन को स्केल करें।
आख़िर में, निरंतर सीखना जरूरी है। सोशल प्लेटफ़ॉर्म लगातार अपडेट होते रहते हैं – नया फ़ीचर, नया एल्गोरिद्म। आप हर महीने एक नया ट्रेंड ट्राई करें, जैसे शॉर्ट्स, लाइव स्ट्रीमिंग या AR फ़िल्टर। इससे आपका ब्रांड फ्रेश रहेगा और फॉलोअर्स जुदा नहीं होंगे।
समय मीडिया 24 पर आप इस श्रेणी में कई और लेख पाएँगे जो गहराई से विषय को समझाते हैं। अब जब आप जान गए हैं आम गलतियों और प्रैक्टिकल स्टेप्स के बारे में, तो तुरंत अपने प्लान को अपडेट करें और देखिए कैसे आपका सोशल मीडिया विपणन नई ऊँचाइयों तक पहुंचता है।