अरे मजाक नहीं कर रहे. सीरियसली कह रहे हैं. भारत और पाकिस्तान के पेट्रोल प्राइस में जमीन आसमान का फर्क है. सॉरी ज्यादा हो गया. 35 परसेंट का फर्क है. यानी भारतीय उपभोक्ता पेट्रोल पर पाकिस्तान की जनता से 35 परसेंट ज्यादा खर्च करते हैं.
पाकिस्तान में पेट्रोल का रेट है 87.7 रुपये लीटर. इसको भारतीय रुपयों में बदलो तो निकलकर आता है 51.61 रुपये. 21 मई को भारत में पेट्रोल का रेट आ रहा है 80.22 रुपये के लगभग. GlobalPetrolPrices.com के मुताबिक इस गणित से भारतीय पाकिस्तानियों से पेट्रोल पर 35.66 परसेंट ज्यादा अदा कर रहे हैं.
अब श्री लंका की बात भी जान लो. वो पेट्रोल पर भारतीय उपभोक्ताओं से 20 परसेंट कम खर्च कर रहे हैं. वहां 148 लंकाई रुपये में पेट्रोल मिल रहा है. जो हमारे देश की मुद्रा में बदलने पर 63.90 रुपये निकलता है. अब आप कहोगे कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान की पेट्रोल देने वाले देशों से बनती है. इसलिए उनको सस्ता मिल रहा. तो भैया हमारा पड़ोसी नेपाल भी 68.76 रुपये में पेट्रोल बेच रहा है. पेट्रोल रेट की बराबरी में केवल हमारा पड़ोसी चीन टक्कर दे रहा है. वहां एक लीटर गैसोलीन 7.57 चाइनीज रेनमिनबी में मिलती है. जो हमारे देश के 80.78 रुपए के बराबर है.
बहुत सारे लोग नास्त्रेदमस बने बैठे थे कि जैसे ही कर्नाटक चुनाव खतम होगा, पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ेंगे. वैसा ही हुआ. इसका रेट घटाने का एक मात्र तरीका है कि सरकार सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी घटाए. ये नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच 9 बार बढ़ाई गई. इस समय पेट्रोल पर लगभग सौ परसेंट टैक्स लदे हुए हैं. डीजल पर 66.48 परसेंट का टैक्स पड़ रहा है. वैट और एक्साइज ड्यूटी इसमें जुड़े हुए हैं. बाकी खेल तो समझ ही गए होगे.



















