संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने भारत सरकार से अपील की है कि पत्रकार राणा अय्यूब, जिन्हें ऑनलाइन हेट कैम्पेन के तहत जान से मारने की धमकी मिली है, उनकी सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाएं।
जेनेवा स्थित मानव अधिकारों को लेकर उच्चायुक्त के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की ओर से गुरुवार को जारी किए गए बयान में कहा गया, “हमने भारत से अपील की है कि राणा अयूब की रक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि इस मामले में गंभीरता से जांच हो रही है”।
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड को याद करते हुए कहा कि हम काफी चिंतित हैं कि राणा अयूब का जीवन खतरे में है। विशेषज्ञों ने कहा कि हाल ही में राणा अयूब की एक फर्जी अश्लील वीडियो ऑनलाइन प्रसारित की गई है, जिससे नए ख़तरे सामने आए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों ने कहा कि पत्रकार की शिकायत दर्ज कराने के 10 दिन बाद पुलिस ने जांच तो शुरू कर दी, लेकिन पत्रकार को अभी तक कोई पुलिस सुरक्षा नहीं मिली है। सरकार की ज़िम्मेदारी है कि उन लोगों को सुरक्षा दे जिन्हें जान से मारने की धमकी मिलती है।
विशेषज्ञों ने आगे कहा कि सरकारों की ज़िम्मेदारी है कि वह देश में सत्ता के आलोचक पत्रकारों सहित तमाम स्वतंत्र आवाज़ों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाए।
हम पहले भी भारत में अधिकारियों से अपील कर चुके हैं कि वे हाल के सालों में पनपे ध्रुवीकरण और नफरत को बढ़ावा देने वाले राजनीतिक माहौल पर लगाम कसने के लिए सक्रिय कदम उठाएं, जो कि खासकर मीडिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खतरनाक है।
बता दें कि पत्रकार राणा अय्यूब को जान से मारने की धमकियां तब मिलने लगीं जब 20 अप्रैल को उनके नाम से एक फर्जी ट्वीट पब्लिश किया गया। ट्वीट में यह दर्शाया गया कि राणा अय्यूब नाबालिग़ बालात्कारी का समर्थन कर रही हैं और कह रही हैं कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं।
ट्वीट के पब्लिश होने के बाद राणा अयूब को नफ़रत भरे मैसेजेस मिलने लगे। जिसमें उन्हें जान से मारने और उनके साथ गैंगरेप करने की धमकी मिलीं। इसके साथ ही उनके धर्म इस्लाम को लेकर भी अभद्र टिप्पणियां की गईं। इस दौरान पत्रकार का फोन नंबर और घर का पता भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट किया गया। जिसके बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि वो ट्वीट फर्जी था, लेकिन इसके बावजूद धमकियों का सिलसिला जारी है।
















