रायपुर।कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने हाल ही में कहा था कि ”अब तक जो भी हिन्दू आतंकवादी पकडे गए हैं वह आरएसएस के सदस्य थे, इस के बाद से संघ के नेता दिग्विजय सिंह को निशाना बना रहे हैं|
छत्तीसग़़ढ के दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को संघ के खिलाफ बयान देने पर सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर दिग्विजय ने अपनी वाणी पर नियंत्रण नहीं किया ताे उन्हें भी राहुल की तरह कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
भागवत ने ट्वीट करके कहा कि दिग्विजय सिंह को पता होना चाहिए कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी इसी तरह के बयान के लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना प़़ड रहा है। भागवत ने दिग्विजय से पूछा कि क्या आप भी वही चाहते हैं।
दरअसल, मंगलवार शाम को दिग्विजय सिंह की ओर से संघ को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान की सूचना मोहन भागवत को रायपुर में वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से चल रही कार्यशाला में दी गई। भागवत कार्यशाला से रात आठ बजे जब बाहर निकले तो उन्होंने दिग्विजय के बयान को देखा।
इसके बाद रात 12 बजे उन्होंने ट्वीट करके दिग्विजय को चेतावनी दी। भागवत के ट्वीट के बाद उनके समर्थकों ने भी दिग्विजय को निशाने पर लिया। समर्थकों ने कहा कि दिग्विजय के इस बयान पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर ट्वीट किया था। राहुल ने कहा कि संघ की विचारधारा न मानने की वजह से तमिल मारे जा रहे हैं। उन्होंने यह संदेश तामिल में लिखा था। राहुल के इस बयान पर भाजपा ने भी पलटवार किया था। भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि राहुल का बयान हास्यास्पद है। राज्य के मामलों में केंद्र सरकार का दखल उतना नहीं होता।
राहुल ने यह भी कहा था कि वह संघ वाले अपने बयान पर कायम हैं, थे और रहेंगे। संघ के लोगों ने महात्मा गांधी को गोली मारी, इस बयान पर वह अडिग हैं। वह अपना बयान वापस नहीं लेंगे। इस बयान के बाद उनके खिलाफ कई जगह मामले दर्ज हुए। भिवंडी की कोर्ट ने राहुल को पेशी में छूट देने से इनकार कर दिया था। बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी उनके खिलाफ मामला चल रहा है।















